Thursday, October 24, 2013

माँ




माँ ! तुम्ही हो साधना, हो कल्पना और ज्ञान  हो
माँ ! तुम्ही हो ऊर्जा, हो  गर्व  और अभिमान  हो
माँ ! तुम्ही  हो सृष्टि की प्रथम मौलिक रचनाकार
माँ ! तुम्ही  हो मान, गौरव गान, 'जयसम्मान हो

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