Tuesday, November 6, 2018

बच्ची और रुमाल

उसे देखकर जब
चाँद मुस्कुरा रहा था ...
तभी चाँदनी रात में
एक कुत्ता गुर्रा रहा था
बारम्बार ... लगातार ...
उसे देखकर...
कैक्टस मुस्कुराया ..
और फिर 'जय'
एक नन्हा सा रुमाल ..
उस बच्ची का
कफ़न बना नज़र आया !!

वृद्धावस्था

नदी के बीच मे खड़ा एक दरख़्त ..
   जिसने अनेकों सैलाबों और
      तूफानों को अपनी छाती पर सहा था ..
उसे कल
  एक नन्ही सी लहर ने गिरा दिया ..
     क्योंकि अब वह बूढ़ा जो हो गया था ..