शब्द शब्द में अंतर होता, शब्द के हाथ न पाँव
एक शब्द औषधि बन जाये, दूजा करता घाव
शब्द बोलिये सोचकर, हर शब्द खीँचता ध्यान
एक शब्द से मन दुःख जाए, दूजा करता मान
शब्द जो मुँह से निकले, वे फिर वापस न आएँ
प्रेम पगे शब्दों को बोलें, ये सबके हृदय समाएँ
एक शब्द औषधि बन जाये, दूजा करता घाव
शब्द बोलिये सोचकर, हर शब्द खीँचता ध्यान
एक शब्द से मन दुःख जाए, दूजा करता मान
शब्द जो मुँह से निकले, वे फिर वापस न आएँ
प्रेम पगे शब्दों को बोलें, ये सबके हृदय समाएँ
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